नौरोजाबाद के भारतीय डाक नौरोजाबाद में लगा 4,दिन से लगा ताला ग्राहकों को हो रही भारी दिक्कत
नौरोजाबाद
उमरिया जिले के नौरोजाबाद के भारतीय डाक पोस्ट ऑफिस में 4 दिनों से ताला लटका हुआ है जिसके चलते ग्राहकों को काफी ज्यादा परेशानी हो रही है यह कोई पहला मौका नहीं की पोस्ट आफिस बंद है हो पहले भी कई बार हो चूका है, इस पोस्ट आफिस में कार्यरत कर्मचारी अपने को किसी खुदा से कम नहीं मानते ये लोग ग्राहक को भगवान् नहीं आफत मानते है, जिससे ग्राहकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है यहां ग्राहक जिले के कोने- कोने से आ रहे 4 दिनों से लोगों को उल्टा पाओ लौटना पड़ रहा है
ग्राहकों को कहना है कि बड़े बाबू के द्वारा 4,दिन से लटका रहे है कि शहडोल से अधिकारी आएंगे तो पोस्ट ऑफिस खुलेगा लेकिन इस पोस्ट ऑफिस में तीन से चार अधिकारी होने के बाद भी पोस्ट ऑफिस में ताला लटका हुआ है और तो और रेवेन्यू टिकट जोकि पोस्ट ऑफिस में ना मिलना अब बंद होने के कारण ब्लैक में अधिक रेट में बेचा जा रहा है जो कि प्रतिदिन लोन की प्रक्रिया में लगाने का काम आ रहा है आखिर यह पोस्ट ऑफिस खुलेगा ,कब और लोगों की परेशानी प्रतिदिन हो रही हैं आज सोमवार को हमने यह बाबू जी खड़े हैं जो इनसे जानकारी लिया उन्होंने बोला कि अभी भी 20 ग्राहक लौट चुकी है लोगों का सुनने देखने वाला कोई नहीं है
खाताधारक को पोस्ट ऑफिस बंद होने से भारी दिक्कत हो रही हैं प्रतिदिन लोगों पोस्ट ऑफिस मे पासबुक खोलबने और आरडी (RD), एमआईएस (MIS), सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, किसान विकास पत्र (KVP) या नेशनल सेविंग स्कीम (NSS) के अलावा कोई भी खाता बंद कराना चाहते हैं
स्वर कोकिला लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 ईस्वी को मध्यप्रदेश के इंदौर रियसत में हुआ था। इन्हें गायकी अपने पिता से विरासत में मिली । इनके पिता हृदयनाथ मंगेशकर एक शास्त्रीय गायक थे। इनकी पहली फिल्म मंगलागौड़ 1942 में आई थी और इन्होंने कई फिल्मों में बाल कलाकार के रूप में भी अभिनय किया पर मशहूर गायन के क्षेत्र में हुई । इन्होंने 30 से ज्यादा भाषाओं में हजरों फिल्मी और गैर फिल्मी गाने गाए हैं । इनकी पहचान स्वर कोकिला के रूप में सारी दुनिया में है। इनकी बहन आशा भोसले एवं उषा मंगेशकर भी गायिकी में सक्रिय है। इन्होंने संगीत निर्देशक एवं निर्माता के रूप में भी फिल्मों दुनिया में काम किया है। पुरस्कार की बात करें तो इन्हें 1969 में पदम भूषण पुरस्कार मिला था, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, बंगाल फिल्म पत्रकार संगठन पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ गायिकी का फिल्म फेयर अवार्ड , फिल्मी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार दादा साहब फाल्के अवार्ड से 1989 से सम्मानित की गई थी तथा महाराष्ट्र रत्न से 2001 में और भारत सरकार द्वारा भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न सम्मान से 2001 में सम्मानित किया गया था इस नश्वर शरीर को छोड़कर श्री चरणों में जादुई आवाज की मल्लिका चली गई । इस महान हस्ती को शत-शत नमन है।
Niraj Singh
Delete Comment
Are you sure that you want to delete this comment ?