लता मंगेशकर कहा करती थी मेरी आवाज ही मेरी पहचान है
स्वर कोकिला के नाम से पूरे देशभर में मशहूर लता मंगेशकर अब हमारे बीच नहीं है। 6 फरवरी साल 2022 को उनका निधन हो गया था। उनकी मृत्यु की खबर सुनकर पूरा देश शोक में डूबा था। लता दीदी का जाना संगीत की दुनिया में एक बहुत बड़ी क्षति था।
बता दें, लता मंगेशकर आठ जनवरी साल 2022 को कोरोना वायरस से संक्रमित हुई थी। इतना ही नहीं कोरोना के साथ उन्हें निमोनिया भी हुआ था, जिसके चलते उनकी हालत बिगड़ती गई और उन्होंने 6 फरवरी को इस दुनिया से अलविदा कह दिया। लता जी को गुजरे हुए भले ही एक साल हो गया, लेकिन आज भी उनके चाहने वाले उन्हें भुला नहीं पाए। आज भी वह उन्हें बेहद याद करते हैं।
सभी भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी लता मंगेशकर
लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के घर हुआ था। वह एक मध्यमवर्गीय मराठी परिवार से ताल्लुक रखती थी। उन्हें संगीत और सुर का ज्ञान अपने पिता से विरासत में मिला था।
कहते है कि पिता को देखकर ही लता दीदी ने संगीत से अपना नाता जोड़ा था, लेकिन महज 13 साल की उम्र में ही उन्होंने अपने पिता का खो दिया था, जिसके बाद उनपर सारे घर की जिम्मेदारी आ गई थी। लता मंगेशकर अपने पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। ऐसे में उन्होंने अपनी पढ़ाई को बीच में छोड़ा था और कमाने लगी थी।
लता मंगेशकर ने एक इंटरव्यू में इस बात का ज़िक्र किया था कि उन्होंने घर की जिम्मेदारियों की वजह से कभी शादी नहीं की। आगे उन्होंने ये भी कहा था कि कई बार इस बारे में सोचा था, लेकिन कभी अमल नहीं कर पाई। परिवार काी जिम्मेदारियों को देखते-देखते ही वक्त चला गया और वे ताउम्र शादी नहीं कर पाईं।
लता मंगेशकर ने 30 हजार से भी ज्यादा गाने गाए हैं
आपको जानकर हैरानी होगी की लता मंगेशकर ने 30 हजार से भी ज्यादा गाने गाए हैं। वह भारत के तीनों सर्वोच्च नागरिक सम्मान (भारत रत्न, पद्म भूषण और पद्म विभूषण) सहित तीन राष्ट्रीय और चार फिल्मफेयर पुरस्कारों से नवाजी जा चुकी थी। हालांकि कहते है कि एक वक्त वो भी था, जब लोगों को उनकी आवाज पसंद नहीं आई थी। पतली आवाज की वजह से फिल्मों से बाहर किया गया था, लेकिन कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने देशभर में राज भी किया।